बिलासपुर पटवारी संघ के धरना आंदोलन को 20 दिन हो चुका है और पूरे प्रदेश के पटवारी अपने अपने जिले अनुविभाग तहसील में धरने पर बैठे हुए है, अलग अलग तरीके से अपना रोष सरकार के प्रति व्यक्त कर रहे है, जिसमे हाथो में मेंहदी लगाकर, वृक्षारोपण , ब्लड डोनेट ,कही प्याऊ घर खोलकर,बाइक रैली, सहित लेकिन सरकार के तरफ से कोई वार्ता हेतु समय नहीं दिया जा रहा,पटवारी और सरकार के बीच आम जनता पीस रही है, राज्य को राजस्व की क्षति हो रही है,
राजस्व विभाग के नीव कही जाने वाले निचली कड़ी के कर्मचारी पटवारी है, जो इनके कार्य सीधे किसान से जुड़े हुए होते है,इस तरह से किसान के ioकृषि संबंधी पूरे कार्य प्रभावित हो रहे है, पटवारी कार्यालय में ताला लटका हुआ है, तहसील दफ्तर में भी तहसीलदार अकेले कार्य कर रहे है, सभी न्यायालय में प्रस्तुत प्रकरण पटवारी प्रतिवेदन जमा नही होने के अभाव में पेंडिंग पड़ा हुआ है, साथ ही साथ 15 जून सीमांकन का अंतिम तिथि है और पटवारी के इस तरह से धरना पर चले जाने से सीमांकन के हजारों प्रकरण लंबित है,पटवारी के इस धरना आंदोलन का सभी कर्मचारी संगठन द्वारा नैतिक समर्थन दिया जा रहा है, एवम मांग जायज होने के कारण सरकार से जल्द पूर्ण करने के मांग की जा रही है, इनकी जो मांगे वह प्रमुख रूप से पदोन्नति,वेतन विसंगति, संसाधन एवम भत्ता,स्टेशनरी भत्ता,मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त किए जाने संबंध में,एवम पटवारी योग्यता को स्नातक किए जाने एवम अंतिम मांग विभागीय जांच उपरांत गुण दोष के आधार पर प्राथमिकी दर्ज किया जाना। आज की इस धरना आंदोलन जिले के सभी साथी जिसमे तहसील अध्यक्ष,अशोक ध्रुव, केशव साहू,प्रशांत जायसवाल, रेवती रमन, सुरेश सिंह, अजय साहू, अभिनव गोस्वामी,भानु चंद्राकर सहित प्रमोद टंडन, शैलेंद्र टंडन आलोक तिवारी,रूपेश गुरुद्वान,विभव सिंह, जितेंद्र पोर्ते, सुनील साहू भुनेश्वर पटेल, शुशील खांडे वरिष्ट साथी में एस पी शुक्ला, रामकिशोर भोई, खड़ा नंद बनवारी लाल, सहित अन्य साथी गण प्रमुख पदाधिकारी गण उपस्थित रहे यह जानकारी देव कश्यप जिलाध्यक्ष राजस्व पटवारी संघ बिलासपुर द्वारा दिया गया।
