
भगवान गणेश के जन्म के रूप में गणेश चतुर्थी मनाई जाती है भगवान गणेश एक पूजनीय देवता है है जिन्हें ज्ञान समृद्धि और सौभाग्य से जोड़ा गया है भगवान गणेश को गजानन एकदन्त वक्रतुंड सिद्धि विनायक समेत अनेक नाम से जाना जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्र मास के शुक्ल की चतुर्थी से देश भर में गणेश चतुर्थी का शुभारंभ हो जाता है और यह पर प्रभुख रूप से 10 दिनों तक चलता है इस दौरान भक्त बप्पा जी को अपने घर लाते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा को विदा कर देते हैं और मान्यता यह भी है कि घर में सुख शांति का वास हो इसलिए गणपति जी बैठाया जाता है विघ्नहारता है सभी के दुःखो का अंत करते है विधि विधान से पूजा की जाती है और सभी के घरों में सुख शांति बना रहे और बप्पा आशीर्वाद देकर जाते हैं इस साल गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को पढ़ रही है यानी इस दिन गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाएगी इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी विधि 18 सितंबर 2023 और 19 सितंबर 2023 । 2 दिन पड़ रही है शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 दिसंबर 2023 को दोपहर 12:40 बजे से शुरू होकर 19 सितंबर 2023 को दोपहर 1:45 बजे खत्म होगी ऐसे में 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी इस दिन शुभ दिन है भाद्रपद मां की शुक्ल चतुर्थी 18 सितंबर को दोपहर 1:39 बजे से शुरू होगी और 19 सितंबर को दोपहर 1:43 बजे तक रहेगी 19 सितंबर को गणपति जी की स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 10:50 से 12:52 तक है और अति शुभ मुहूर्त 12:52 बजे से 2:56 बजे तक है किसी भी काम को शुभ मुहूर्त देखकर करने से अधिक लाभ मिलता है और गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा को घर लाने और उनकी स्थापना करने का शुभ समय ध्यान में रखना जरूरी है सही मुहूर्त में गणपति की प्रतिमा को घर लाये और चौकी पर विराजमान करें इसके बाद उन्हें सिंदूर फूल माला धूप दीप अक्षत फूलपान लड्डू मोदक आदि अर्पित करें फिर नियमित रूप से गणेश जी की विधि विधान से पूजा करें आप पांचवें या सातवें या 11वें दिन उनका विसर्जन कर दें ऐसा करने से घर में सुख शांति समृद्धि का वास होता है और बुरी नकारात्मक ऊर्जा घर से प्रवेश नहीं करती सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और एक मान्यता है कि गणेश जी की मूर्ति मिट्टी की ही होनी चाहिए ताकि पानी मे जब विसर्जन हो तो वो अच्छे से घुल जाए और हो सके तो घर की छोटी मूर्ति को अपने घर पर साफ तब में रखकर विसर्जन करना चहिए ओर उस मिट्टी को गमले में लगा के एक पेड़ लगा दे यैसा करने से आप को मन मे शांति मिलेगी आप जो पुण्य किये है वो आप को मिलेगा