दुर्ग ग्रामीण विधानसभा। ग्राम कुथरेल में चंद्राकर कुर्मी समाज ने छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती धूमधाम से मनायी गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू थे। अध्यक्षता दुर्ग सांसद विजय बघेल ने की। विशेष अतिथि अश्वनी चंद्राकर केंद्रीय अध्यक्ष चन्द्रनाह कुर्मी समाज छग, योगिता चंद्राकर सभापति कृषि समिति जिला पंचायत दुर्ग एवं केन्द्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ चन्द्रनाहु कुर्मी समाज छग, सदस्य जिला पंचायत चन्द्रनाह कुर्मी समाज छग, माया बेलचंदन सदस्य जिला पंचायत दुर्ग जनता पार्टी दुर्ग, राज अध्यक्ष चन्द्रनाहु अध्यक्ष उपक्षेत्र अंडा चन्द्रनाह कुर्मी समाज दीनानाथ चन्द्राकर, उषा चंद्राकर समाज छत्तीसगढ़, राजश्री चंद्राकर बालोद केन्द्रीय अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ क्षेत्रीय समाज दुर्ग प्रदीप चन्द्राकर, सरपंच ग्राम पंचायत कुथरेल, उपसरपंच साहू ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज चन्द्राकर पिता कमलकांत चन्द्राकर लोमश चन्द्राकर, ग्रामीण समाज के अध्यक्ष गंगाराम चन्द्राकर, उपाध्यक्ष ललित चंद्राकर महामंत्री जिला भारतीय पूर्व केंद्रीय महिला अध्यक्ष चन्द्रनाह कुर्मी पुष्पेन्द्र चंद्राकर, सचिव राकेश चंद्राकर, उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहास में स्वर्ण इस कार्यक्रम के मंच संचालन दीनानाथ कोषाध्यक्ष नागेन्द्र चन्द्राकर, कुन्दन थे। कार्यक्रम में समाज द्वारा सभी अतिथियों का सम्मान प्रतीक चिन्ह व शॉल, श्रीफल देकर सम्मानित किया। इस दौरान समाज द्वारा अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में 12वीं (सीबीएसई) के दो छात्र का दिव्या चन्द्राकर पिता स्वः चुम्मन चन्द्राकर, प्रणव (सीबीएसई) दोनों को प्रतीक चिन्ह व शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे साहसी वीर योद्धाओं के जीवन से हम सभी को प्ररेणा लेनी चाहिए।भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में शिवाजी महाराज की गौरव गाथा है। इस अवसर पर डॉ. सीके चन्द्राकर, पद्माकर चन्द्राकर, अजित चन्द्राकर, राजकुमार साहू, धर्मेंद्र, राहुल, राजेश, राजू, सती चंद्राकर, दुलारी चंद्राकर सहित आसपास के ग्रामीणजन व गांव के चन्द्राकर समाज के ग्रामीण जन उपस्थित थे।कार्यक्रम की शुरुआत में समाज की महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। साथ ही चन्द्राकर समाज के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम के अतिथि गृहमंत्री ताम्रध्वज महानायक थे। छत्रपति शिवाजी महाराज को लोग हिंदू हृदय सम्राट भी कहते हैं। अक्षरों में शिवाजी महाराज की गौरव गाथा चन्द्राकर ने किया।
