प प्रदीप कुमार दुबे
ग्राम करगा में सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का समापन हुआ
पाटन विधानसभा। पाटन ब्लाक के ग्राम करगा के दौलत वाटिका में आयोजित श्री शिव महापुराण की कथा के अंतिम दिन प प्रदीप कुमार दुबे ने कहा कि जीवन मे कभी भी साधु सन्तो का अपमान न करे।ऐसा करने से जीवन मे अपयश होता है।आपके मा बाप से बड़ा कोई तीर्थ नही है।जिनकी सेवा जीवन भर करनी चाहिये। अगर आप किसी के दुख तकलीफ को दूर करने में सक्षम हो तो उसको दूर करना चाहिये। ऐसा करने से जग में नाम होता है। महिलाओ को अपने पति को हमेशा जनकल्याणकारी कार्य करने देना चाहिये। लेकिन हर पुरुष कोई काम करे तो माताओं से सलाह जरूर ले। क्योंकि जब भी फंसते है,तो माताये ही उन्हें बाहर निकालती है।प दुबे कथा को आगे बढ़ाते हुए कहते है कि पति पत्नी के बिहाव के समय सात वचन इसी लिए लिया जाता है। ताकि जीवन उनका सुखमय हो।भगवांन शिव जी अपने मा से पूछा बीस को पी जाउ। भगवांन ने उस बीस को कंठ में स्थापीत कर लिया था। जीवन मे मात्र बाहर द्वादश शिव लिंग का नाम भर लेने से जीवन के दुख दूर हो जाते है।अतः सच्चे मन से शिव जी की पूजा नित्य करते रहे।फल देने वाले भोलेनाथ हमेशा खड़े रहते है।इसीलिये कहा गया है।जीवन मे किया गया पूजा पाठ धर्म कर्म कभी बेकार नही जाता।उसका फल इसी जीवन मे मिलकर रहेगा।कथा के अंतिम दिन सुबह अभिषेक, कथा के बाद ग्राम अमेरी के कलाकारो के द्वारा राउत नाचा, हवन ,विशाल भंडारा के बाद दिलीप सिंह ठाकुर का भजन रात्रि में हुआ।कार्यक्रम सयोजक दौलत सिह ठाक़ुर ने बताया कि 18 मार्च को दोपहर 3 बजे रथ में शोभायात्रा यात्रा निकाल कर जामगांव एम तक प प्रदीप कुमार दुबे की बिदाई गाजे बाजे के साथ की जायेगी।
