
राजस्व पटवारी संघ की अनिश्चित कालीन प्रांत व्यापी आंदोलन का आज 11वा दिन है। पटवारी के कार्यालय एवम कलम बंद हुए अभी 11 दिन नही हुए है, तहसील, राजस्व निरीक्षक मंडल, रजिस्ट्री ऑफिस सभी सुने पड़े हुए है, राजस्व मामला का काम बंद पड़ा हुआ है, सभी आम जनता का काम प्रभावित हो रहा है, अभी तक शासन पहल करने के पक्ष में नहीं है,जिससे पटवारियों की अनिश्चित कालीन धरना आंदोलन बहुत लंबे समय तक चलने की आसार है,पटवारियों की अनिश्चित कालीन आंदोलन लंबे समय तक यदि चलता है और पटवारियों की मांग पूर्ण नही किया जाता है आम जनता ग्रामीण विद्यार्थी के साथ राजस्व विभाग से जुड़े सभी विभाग के कार्य प्रभावित होगा जिसमे राजस्व की भी क्षति संभावित है, पटवारियों की प्रमुख मांग पदोन्नति,वेतन विसंगति,संसाधन,स्टेशनरी भत्ता, नेट भत्ता,मुख्यालय निवास की अनिवार्यता समाप्त किए जाने संबंधी,अतिरिक्त हल्के का प्रभार के लिए 50प्रतिशत वेतन के अनुपात में राशि,एवम सबसे महत्वपूर्ण मांग प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज न किए जाने जब तक की विभागीय जांच में निष्पक्षता से जांच न हो जाए। पटवारियों की मांग बहुत लंबे समय से चली आ रही है एवम वर्ष 2020 में आश्वाशन भी मिला था जिस पर पहल आज दिनांक तक नही हो पाया है जिसके कारण पटवारियों को इस भीषण गर्मी में इस धरना आंदोलन करने की नौबत आई है, जिसमे जिलाध्यक्ष देव कश्यप, तहसील बिलासपुर तहसील अध्यक्ष श्री अशोक ध्रुव, उप प्रांताध्यक्ष प्रमोद टंडन, सूरज प्रधान, रामफल वस्त्रकार एवं तहसील कोटा के साथी आदिल खान, ऋषि पुरी गोस्वामी, कमल किशोर भारद्वाज, अभिषेक कुमार सिंह, दिलीप कुमार परस्ते, शकील खान, केसु खांडे, जयप्रकाश आडील, राजपाल मेरसा, रामकुमार चेलिके, अमित तिवारी, राजेश दुबे, रामनरेश बागरी, निधि गुप्ता, पंकज तिवारी, रेवती रमन सिंह, भानु चंद्राकर तहसील अध्यक्ष रतनपुर, सिद्धि जायसवाल, प्रतिमा सिरसो, अमर दहायत, मंजूषा सूर्यवंशी, नीतू श्रीवास्तव, शिरीन अख्तर, वीरेंद्र बहादुर सिंह, गौरी केसरी, जागृति सिंह आदि उपस्थित रहे