बिलासपुर राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के राज्य स्तरीय अनिश्चित कालीन धरना आंदोलन का आज 12 वां दिन है, और पूरे राज्य के पटवारी धरना आंदोलन में अपने अपने जिले में बैठे हुए हैं,पटवारियों के काम बंद किये जाने से मुख्य रूप से शासन को राजस्व की क्षति पहुंच रही है, भूमि की खरीदी बिक्री धीमी गति चल रही है, खेती किसानी का दिन आ गया है और किसान खाद बीज, किसान क्रेडिट कार्ड लोन के लिए उन्हें खसरा बी 1नही मिल रहा है, इस तरह से आम जनता परेशान हो रही है, पटवारियों की मांग विगत 03 वर्षो से लंबित बताया जा रहा है जिसे पूर्व आंदोलन वर्ष 2020 को राजस्व मंत्री जी के आश्वाशन पर स्थगित किया था, लेकिन आज दिनांक तक पूर्ण नहीं किया गया है।
पदोन्नति की फाइल सामान्य प्रशासन में धूल खा रही है इधर पटवारी- पटवारी पद पर ही सेवानिवृत हो रहे हैं, अन्य विभाग में वेतन विसंगति दूर किया जा रहा है , सिर्फ राजस्व विभाग में पटवारी के वेतन विसंगति की फाइल के निपटारे हेतु कमेटी बनाने की बात कही जाती है, नेट भत्ता,स्टेशनरी भत्ता, संसाधन की फाइल वित्त विभाग में अनुमोदन के गई है, बिना विभागीय जांच के प्राथमिकी दर्ज नहीं किए जाने संबधी मांग जो आई जी ऑफिस से सभी जिला पुलिस मुख्यालय में भेजी जा चुकी है ,जिसे मानने को वे तैयार नहीं हैं, जिसे सामान्य प्रशासन विभाग से जारी किए जाने हेतु निवेदन किया गया है, अतिरिक्त हल्के का भत्ता हेतु वर्ष 1959 के भू राजस्व संहिता एवं नियमावली में प्रावधान हैं। वेतन का 25 प्रतिशत दिए जाने का प्रावधान है जिसे आज तक नहीं दिया जा रहा है, साथ ही साथ पटवारी भर्ती हेतु योग्यता स्नातक किए जाने संबंधी मांग है जो कि यथावत बनी हुई है,जिसमें नियमावली में संशोधन किया जाना है, जिसके संबंध में राजस्व सचिव एवं आयुक्त भू अभिलेख रायपुर से लगातार ज्ञापन देकर एवं कार्यालय में मिलकर चर्चा किया गया लेकिन आज तक समस्याएं यथावत बनी हुई है, पता नहीं शासन इस दिशा में कब पहल करेगी। अनिश्चित कालीन धरना आंदोलन में, जिलाध्यक्ष देव कश्यप,तहसील अध्यक्ष अभिनव गिरी,भुनेश्वर पटेल,सूर्य प्रकाश शुक्ला,रविशंकर पांडेय,शमशेर मोहम्मद,अशोक ध्रुव, सुनील साहू दुर्गेश राठोर योगेश गंधर्व मनमोहन सिंह संतोष पटेल आशुतोष गणेश सिंह सूर्यकांत धीरज विजय कोसले, मंजू रंजना वैशाली बिंदु प्रीति मृदुला, चंद्रकांत सुरेश चौधरी,आदि साथीगण उपस्थित रहे।
