प्रादेशिक व आंचलिक भाषा के बिना हिंदी अधूरी-प्रो.पटेल

बिलासपुर /विश्व हिंदी परिषद की प्रादेशिक इकाई की एक महत्वपूर्ण बैठक होटल सेंट्रल पॉइंट के कांफ्रेंस हॉल में संपन्न हुई, जिसमें परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री तथा दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदी के प्रोफेसर डॉ.रामनारायण पटेल ने कहा- प्रादेशिक व आंचलिक भाषाओं के बिना हिंदी अधूरी है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति चंद्रभूषण बाजपेयी हिदायतुल्लाह लॉ कॉलेज रायपुर के पूर्व कुलपति भी मौजूद रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष एवं थावे विद्यापीठ के कुलपति डॉ. विनय कुमार पाठक ने की।
इस अवसर पर शैक्षणिक प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ की अध्यक्ष डाॅ.संगीता बनाफर ने स्वागत भाषण देकर सभी उपस्थित पदाधिकारी का परिचय कराया। सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ए. के. यदु जी ने शाल श्रीफल एवं अपनी संपादित कृति देकर मुख्य अतिथि का सम्मान किया।
श्री रामनारायण पटेल ने पदाधिकारियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं और विश्व हिंदी परिषद के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी वैश्विक स्तर पर हमारी संस्कृति को जीवित रखती है और संस्कृति भाषिक संवेदना के बिना अधूरी है । यह संवेदना शक्ति उसे समस्त भारतीय भाषाओं से मिलती है |
विश्व हिंदी परिषद इस दिशा में प्रयासरत है |न्यायमूर्ति बाजपेयी ने इस प्रयास की सराहना की और कहां की हिंदी हमारी भारतीय संस्कृति और संस्कारों की धरोहर है और इसे राष्ट्रभाषा बनाना हमारी जवाबदारी है।
डॉ. विनय कुमार पाठक जी ने उद्देश्य के अनुरूप इसे हिन्दी भाषा के वैश्विक विकास के साथ साथ भारतीय संस्कृति सभ्यता के धरोहर को नयी पीढ़ी के लिये संजोये रखने ,राष्ट्रीय नव चेतना,नवभारत बनाने की दिशा में अभिनव कदम बताया है।इस कार्य के लिये सभी को संकल्पित मन होने की बात कही है।
राष्ट्रीय महासचिव डॉ.विपिन कुमार जी के हिंदी के उत्थान के लिए इसके प्रचार और प्रसार को अत्यंत आवश्यक बताया और छत्तीसगढ़ में अक्टूबर माह में एक प्रांतीय आयोजन की योजना को विस्तार देने की बात कही।
कार्यक्रम का संचालन प्रयास प्रकाशन साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.राघवेंद्र दुबे ने किया।कार्यक्रम में अंत में डाॅ.आभा गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।मुख्य अतिथि तथा सभी पदाधिकारियों ने डॉ. विनय कुमार पाठक जी को उनके 79 वें जन्मदिवस पर शाल श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया एवं उनके दीर्घायु होने की कामना की।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष आदरणीय डॉ. ए के. यदु, उपाध्यक्ष डॉ.आभा गुप्ता, रायपुर से आईं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ महामंत्री भारती मेघा यादव, शैक्षणिक प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष डॉ. रंजना चतुर्वेदी, महामंत्री डॉ. अनीता सिंह, पर्यावरण एवं पर्यटन विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक तिवारी, डॉ. प्रीति प्रसाद, शत्रुघ्न जासवानी , आशीष श्रीवास, राम निहोरा राजपूत श्री सूर्या-पुष्पा फाउंडेशन के डायरेक्टर गौरव शुक्ला ,प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवनंदन शुक्ला सहित कई अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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