सकरी पुलिस को संजू त्रिपाठी गोलीकांड मामले में एक और सफलता मिली है। घटना में शामिल शूटर को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपित शूटर अपराध करना स्वीकार किया है। पुलिस टीम कार्रवाई करते हुए आरोपित को न्यायिक रिमांड पर पेश किया है।संजू त्रिपाठी गोलीकांड को 90 दिन पूरे हो गए, लेकिन अभी तक वारदात में शामिल सभी आरोपित गिरफ्त से बाहर हैं। अभी भी कई आरोपित फरार बताए जा रहे हैं। तीन दिन पहले लखनऊ पुलिस अधिकारी ने सकरी पुलिस को फोन कर शूटर पप्पू वाल्मिकी को गिरफ्तार करने की सूचना दी थी। इसके बाद सकरी पुलिस टीम तत्काल लखनऊ रवाना हुई।विधिवत प्रक्रिया को पूरी करने के बाद शूटर पप्पू को गिरफ्तार कर बिलासपुर ले आई। पुलिस ने बताया कि संजू त्रिपाठी की हत्या की साजिश उसके भाई कपिल त्रिपाठी ने रची थी। पुलिस का दावा है कि उसने उत्तर प्रदेश के शूटर्स को हत्या की सुपारी दी थी। जांच में उनकी पहचान हो गई है। गिरोह के सदस्य उत्तर प्रदेश केचंदौली जिले के मुगलसराय में रहने वाले प्रसीन गुप्ता (27) को लखनऊ एटीएस के माध्यम से एक माह पहले गिरफ्तार किया था। पूछताछ में बताया था कि पांच-छह महीने पहले बनारस निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी उर्फ वासू से मुलाकात हुई थी। तब उसने स्वीकार किया था कि बिलासपुर जाकर एक काम करना है, जिसके बदले में एक लाख रुपये मिलेंगे । वह पैसों के लालच में आकर नौ दिसंबर को विनय द्विवेदी के साथ बनारस से बस में बैठकर बिलासपुर पहुंचा था ।शूटर पप्पू वाल्मिकी (दाढ़ी) को उत्तर प्रदेश पुलिस ने बीते 15 मार्च को गिरफ्तार किया था। उसने चार साल पहले एक ठेकेदार के घर डाका डाला था। तब से फरार चल रहा था। पुलिस इस पर 15 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। आरोपित पप्पू कोलकाता में छूपकर रहता था। कुछ दिन पहले वह कोलकाता से उत्तर प्रदेश आया था। इसी दौरान यूपी पुलिस उसे दबोच लिया कपिल के कहने पर प्रेम ने शूटर्स से किया था संपर्क पुलिस ने बताया कि कपिल त्रिपाठी ने हत्या की इस साजिश में अपने दोस्त प्रेम श्रीवास को शामिल किया था। सुमित ने ही उत्तर प्रदेश के शूटर्स से संपर्क किया था और हत्या की सुपारी दी थी, ताकि कपिल का नाम सीधे तौर पर सामने न आ पाए आगे देखना ये होगा कि बाकी के शूटर कब तक पकड़ाते है एक के बाद एक अपराधी पुलिस के गिरफ्त में आते जा रहे है देखना ये भी होगा कि पुलिस इनको कितनी सजा दिला पाती है।
