बरगद पेड़ पूजा के साथ साथ बहुत उपयोगी है आइये जानते है फायदे

सड़कों पर आते-जाते अक्सर हम कई पेड़ देखते हैं। ये पेड़ हमें ऑक्सीजन और छांव देते हैं। इन्हीं पेड़ों में से एक है बरगद का पेड़। इसका वैज्ञानिक नाम फाइकस बेंगालेंसिस (Ficus Benghalensis) है। वैसे तो हर पेड़ का अपना एक अलग महत्त्व है, लेकिन यह पेड़ कुछ अलग है। वजह यह है कि यह पेड़ लंबे समय तक टिका रहता है। सूखा और पतझड़ आने पर भी यह हरा-भरा बना रहता है और सदैव बढ़ता रहता है। यही कारण है कि इसे राष्ट्रीय वृक्ष का दर्जा प्राप्त है। धार्मिक तौर पर तो यह पूजनीय है ही, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अपने औषधीय गुणों के कारण यह कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में भी कारगर साबित होता है। यहीं कारण है कि सालों से इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवा में किया जा रहा है। दवा के रूप में इसका इस्तेमाल करने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको बरगद के पेड़ के ऐसे ही कई चमत्कारिक गुणों और फायदों के बारे में बता रहे हैं।

प्रतिरोधक क्षमता में सुधार
बरगद के पेड़ के फायदे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी काम आ सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक इसकी पत्तियों में कुछ खास तत्व जैसे :- हेक्सेन, ब्यूटेनॉल, क्लोरोफॉर्म और पानी मौजूद होता है। ये सभी तत्व संयुक्त रूप से प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक साबित होते हैं। इस कारण हम कह सकते हैं कि बरगद के पेड़ की पत्तियों का सेवन करने से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है (2)।

प्रतिरोधक क्षमता में सुधार
बरगद के पेड़ के फायदे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी काम आ सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक इसकी पत्तियों में कुछ खास तत्व जैसे :- हेक्सेन, ब्यूटेनॉल, क्लोरोफॉर्म और पानी मौजूद होता है। ये सभी तत्व संयुक्त रूप से प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक साबित होते हैं। इस कारण हम कह सकते हैं कि बरगद के पेड़ की पत्तियों का सेवन करने से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है (2)।

. बवासीर में दिलाए राहत
बरगद के पेड़ से बवासीर जैसी समस्या को भी दूर किया जा सकता है। बताया जाता है कि बरगद के पेड़ से निकलने वाले दूध में रेजिन, एल्ब्यूमिन, सेरिन, शुगर और मैलिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये तत्व संयुक्त रूप से दस्त, डिसेंट्री (दस्त के साथ खून आना) और बवासीर की समस्या में राहत पहुंचाने का काम करते हैं (2)। इस कारण हम कह सकते हैं कि बरगद के दूध के फायदे में बवासीर की समस्या से छुटकारा भी शामिल है।

. डायबिटीज को दूर करने में मददगार

डायबिटीज की समस्या में भी बरगद के पेड़ के फायदे मददगार साबित हो सकते हैं। वजह यह है कि इस पेड़ की जड़ में हाइपोग्लाइसेमिक (ब्लड शुगर को कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है (3)। इसलिए, डायबिटीज की समस्या से राहत पाने के लिए बरगद के पेड़ की जड़ का अर्क पीने की सलाह दी जाती है।

. डिप्रेशन में सहायक
डिप्रेशन की समस्या में भी बरगद के पेड़ को लाभकारी माना गया है। दरअसल, बरगद पर किए गए एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि बरगद के संपूर्ण पेड़ में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं, जो मानसिक क्षमता को बढ़ाने के साथ चिंता और तनाव की समस्या को दूर करने में सक्षम हैं। वहीं, यह दिमाग की नसों को भी आराम पहुंचाते हैं (4)। अवसाद की समस्या एक मानसिक विकार है, जो चिंता और तनाव के कारण ही जन्म लेती है (5)। इस कारण हम कह सकते हैं कि बरगद की जड़ के फायदे में डिप्रेशन से छुटकारा भी शामिल है।

. जोड़ों के दर्द में मददगार

विशेषज्ञों के मुताबिक बरगद की पत्तियों में कुछ खास तत्व जैसे :- हेक्सेन, ब्यूटेनॉल, क्लोरोफॉर्म और पानी मौजूद होते हैं। ये सभी तत्व संयुक्त रूप से प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक साबित होते हैं। वहीं, इस संबंध में किए गए शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण जोड़ों में दर्द (अर्थराइटिस)

. कोलेस्ट्रॉल को करे नियंत्रित
बरगद के पेड़ से संबंधित औषधीय गुणों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि इस पेड़ के जलीय अर्क (Water Extract) का सेवन कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित कर सकता है (8)। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि फल, पत्तियों और छाल के साथ-साथ बरगद के पत्ते का उपयोग बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को सामान्य स्तर पर ला सकता है।

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