
कासगंज के पटियाली में शनिवार की सुबह दरियावगंज की ओर जाते समय ककराला के आदर्श तालाब से अचानक चीत्कार की आवाज लोगों को सुनाई दी। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर एक साधू की मढ़ी थी। उन्हें तत्काल इस हादसे की जानकारी हुई। तुरंत ही ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिरती देख साधू दौड़ पड़े और राहगीरों को रोककर राहत के कार्य में जुटाया। कुछ राहगीर तो खुद रुक गए और कुछ रोके गए। इसी बीच कुछ पुलिसकर्मी भी निकले। घटना के दस मिनट के अंदर ही बचाव का कार्य शुरू हो गया। पलटी हुई ट्रॉली को उठाने में लोगों को कवायद करनी पड़ी। जब ट्रॉली नहीं उठी तो अन्य लोग बुलाए गए। ट्रॉली उठने के बाद ही राहत का कार्य शुरू हुआ। ‘तालाब में ट्रॉली के नीचे दबे श्रद्धालुओं की थमी सांसे देख राहत में जुटे लोगों के पैर कांप गए। उम्मीद थी कि हादसे के शिकार लोगों की सांसे चलती मिलेंगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं’
